महामाया मंदिर रतनपुर (Mahamay Mandir Ratanpur)
प्रसिद्ध : महामाया मंदिर
राज्य: छत्तीसगढ़
जिला: बिलासपुर
कैसे पहुँचे :हवाई अड्डा - स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा रायपुर से रतनपुर (Ratanpur) की दूरी - 160 KM.
रेलवे स्टेशन - बिलासपुर जंक्शन से रतनपुर (Ratanpur) की दूरी - 30 KM
- अगर आप छत्तीसगढ़ के बहार से रतनपुर (Ratanpur) आना चाहते हैं तो आप रेलगाड़ी और हवाई जहाज दोनों से पहुंच सकतें हैं, हवाई जहाज से आने पर आपको छत्तीसगढ़ के एकमात्र हवाई अड्डा स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा रायपुर में उतरना पड़ेगा वह से आपको ट्रेन पकड़कर बिलासपुर आना पड़ेगा। चाहे तो आप रायपुर से ही टैक्सी बुक करा कर भी आ सकते हैं।
- अगर आप ट्रेन से रतनपुर (Ratanpur) आना चाहतें हैं तो बिलासपुर के लिए बहुत सारी ट्रेनें मिलेंगी जो लगभग 2 से 2.5 घंटे में आपको बिलासपुर पहुंचा देगी। बिलासपुर से आप टैक्सी बुक करा सकतें हैं या फिर स्टेशन से बाहर मिलने वाले सिटी बस से भी रतनपुर (Ratanpur) पहुँच सकतें हैं।
कहाँ कहाँ घूमें:
- महामाया मंदिर
- लखनी देवी मंदिर
- भैरव बाबा मंदिर
- वृद्धेश्वरनाथ (बुढ़ामहादेव ) मंदिर
- श्री गिरजाबंध हनुमान मंदिर
- रामटेकरी (रामजानकी ) मंदिर
- सिद्धिविनायक मंदिर
- खूंटाघाट (संजय गाँधी ) जलाशय
जाने का समाय:
वैसे रतनपुर (Ratanpur) साल के सारे माह में जाया जा सकता है पर सबसे अच्छा मौसम बरसात और ठण्ड का होता है।
बरसात के मौसम में संजय गाँधी (खूंटाघाट) जलाशय का नजारा सबसे ज्यादा आनन्दित करने वाला होता है।
रतनपुर (Ratanpur) को तालाबों का शहर भी कहा जाता है, बरसात में यहाँ चारों तरफ पानी ही पानी नजर आता है जो की हमारे अनुभव को और अच्छा बना देता है बरसात के मौसम के कारण चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आती हैं।
रतनपुर (Ratanpur) को तालाबों का शहर भी कहा जाता है, बरसात में यहाँ चारों तरफ पानी ही पानी नजर आता है जो की हमारे अनुभव को और अच्छा बना देता है बरसात के मौसम के कारण चारों तरफ हरियाली ही हरियाली नजर आती हैं।
रतनपुर (Ratanpur) में पर्व :
चैत्र नवरात्रि , कुंवार नवरात्रि में माता रानी के दर्शन के लिए पुरे देश से लोग रतनपुर (Ratanpur) आते हैं, इस समय यहाँ मेले का आयोजन भी होता है।
रतनपुर (Ratanpur) के मुख्य आकर्षण :
प्राचीन मंदिरें
नवरात्रि में लाखों की संख्या में जलने वाले ज्योति कलश
रामटेकरी और लखनी देवी मंदिर से दिखने वाला नज़ारा
लखनी देवी मंदिर में स्थापित शिलालेख
खूंटाघाट (संजय गाँधी) जलाशय, नौका विहार (बरसात में बंद होता है )
प्राचीन किले और उसका द्वार (गज द्वार)
प्राचीन किले और उसका द्वार (गज द्वार)