मत्स्य बीज उत्पादन में छत्तीसगढ़ ने लगाई छलांग: chhattisgarh ranking in fisheries


छत्तीसगढ़ ने मत्स्य बीज उत्पादन के क्षेत्र में देश में छठवां स्थान हासिल किया है। मत्स्य बीज उत्पादन के मामले में राज्य आत्मनिर्भर तो है ही राज्य के मत्स्य किसानों की आवश्यकता पूर्ति करने के साथ-साथ ओडिशा, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार और उत्तरप्रदेश के किसानों को भी मत्स्य बीज का निर्यात किया जा रहा है।

मत्स्य बीज उत्पादन में छत्तीसगढ़ ने लगाई छलांग: chhattisgarh ranking in fisheries
मत्स्य बीज उत्पादन में छत्तीसगढ़ ने लगाई छलांग: chhattisgarh ranking in fisheries

वर्ष 2018-19 की तुलना में वर्ष 2019-20 में 4.06% (स्थिर भाव) की वृद्धि के साथ राज्य में 265 करोड़ मानक फ्राई मत्स्य बीज का उत्पादन किया गया है जो की छत्तीसगढ़ के GDP (स्थिर भाव) में मत्स्य क्षेत्र का योगदान 2.07% है। वर्ष 2020-21 में 285 करोड़ मानक फ्राई मत्स्य बीज उत्पादन का लक्ष्य है। छत्तीसगढ़ के कुल जल क्षेत्र 1.837 लाख हेक्टेयर में से 94.66% के अंतर्गत मछली पालन का कार्य किया जाता है। 

मत्स्य पालन विभाग के संचालक से प्राप्त जानकारी के अनुसार राज्य के मत्स्य कृषकों द्वारा नवीनतम तकनीक से मत्स्य बीज का उत्पादन किया जा रहा है। स्थानीय स्तर पर मत्स्य बीज उत्पादन से किसानों को समय पर उन्नत मत्स्य बीज कम लागत में मिल जाते हैं। मत्स्य बीज उत्पादन का कार्य निजी तथा शासकीय स्तर पर और छत्तीसगढ़ मत्स्य महासंघ द्वारा किया जा रहा है। मत्स्य प्रक्षेत्रों के रख-रखाव और सुधार कार्य करने के बाद आगामी वर्षा ऋतु में मत्स्य संचयन के लिए मत्स्य बीज का उत्पादन निजी क्षेत्र में प्रारंभ हो गया है। ग्रीष्म ऋतु में उत्पादित मत्स्य बीज को बोन्साई बनाकर वर्षा ऋतु में प्रदेश के मत्स्य कृषकों को उपलब्ध कराया जाता है, जिससे कम समय में उनकी वृद्धि दर अधिक होती है।

मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में मिलने वाला पुरुस्कार:

"श्रीमती बिलासा बाई केंवटिन" मत्स्य विकास पुरुस्कार : इस पुरुस्कार के तहत छत्तीसगढ़ राज्य की तरफ से 1 लाख रूपये एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है। -

प्रत्येक वर्ष की भांति वर्ष 2019-20 में "श्रीमती बिलासा बाई केंवटिन" मत्स्य विकास पुरुस्कार मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले श्री सुदीप दास को दिया है। श्री सुदीप दास रायपुर माना कैम्प के निवासी हैं, जिन्होंने आर. ए. एस. (Re-circulatory Aquaculture System) जो की एक आधुनिक पद्धिति है, का उपयोग करके ग्राम पथर्री, फिंगेश्वर, गरियाबंद में मत्स्य पालन का कार्य शुरू किया है। यह आधुनिक पद्धिति राज्य की प्रथम इकाई है। 

उपरोक्त लेख से बनने वाले परीक्षा उपयोगी प्रश्न :
  1. मत्स्य बीज उत्पादन में छत्तीसगढ़ का स्थान कौन सा है?
  2. वर्ष 2019-20 में छत्तीसगढ़ राज्य में कितने करोड़ का मानक फ्राई मत्स्य बीज का उत्पादन किया गया?
  3. वर्ष 2020-21 में मानक फ्राई मत्स्य बीज उत्पादन का लक्ष्य कितना रखा गया है?
  4. वर्ष 2019-20 का श्रीमती बिलासा बाई केंवटिन पुरुस्कार किसे दिया गया?
  5. छत्तीसगढ़ राज्य में मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में दिया जाने वाला पुरुस्कार कौन सा है ?
  6. मत्स्य उत्पादन की कौन सी पद्धिति शुरू करने के लिए 2019-20 का मत्स्य उत्पादन पुरुस्कार दिया गया ?
  7. मत्स्य उत्पादन का छत्तीसगढ़ राज्य के GDP (स्थिर भाव) में योगदान कितना प्रतिशत है?

(सोर्स: छत्तीसगढ़ इकनोमिक सर्वे 2019-20)